शारदीय नवरात्रि 2025: भक्ति, शक्ति और आशीर्वाद के दस दिन

Shardiya Navratri 2025: Dates, Muhurat, Maa Durga’s Forms & Spiritual Significance
शारदीय नवरात्रि 2025: भक्ति, शक्ति और आशीर्वाद के दस दिन
माँ दुर्गा को समर्पित हिंदू धर्म के सबसे पूजनीय त्योहारों में से एक, शारदीय नवरात्रि 2025, 22 सितंबर से 2 अक्टूबर तक मनाया जाएगा। इस वर्ष, तृतीया तिथि के 24 और 25 सितंबर को बढ़ने के कारण यह उत्सव सामान्य नौ दिनों के बजाय दस दिनों का होगा। यह उत्सव 2 अक्टूबर को दशहरा के साथ समाप्त होगा, जो बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है।
यह उत्सव घटस्थापना से शुरू होता है, जो माँ दुर्गा के आह्वान का अनुष्ठान है। प्रमुख मुहूर्तों में अमृत मुहूर्त (सुबह 6:19-7:49), शुभ मुहूर्त (सुबह 9:14-10:49) और अभिजीत मुहूर्त (सुबह 11:55-दोपहर 12:43) शामिल हैं। अभिजीत मुहूर्त के दौरान हस्त नक्षत्र की उपस्थिति आशीर्वाद और समृद्धि के लिए विशेष रूप से शुभ मानी जाती है।
इन दस दिनों में, भक्त माँ दुर्गा के नौ रूपों - शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री की पूजा करेंगे। प्रत्येक रूप दिव्य शक्तियों का प्रतीक है, जो व्रत रखने, अनुष्ठान करने और प्रार्थना करने वाले भक्तों को सुरक्षा, ज्ञान और समृद्धि प्रदान करता है।
इस वर्ष, नवरात्रि सोमवार से शुरू हो रही है, जिसका अर्थ है कि माँ दुर्गा हाथी पर सवार होकर आएंगी, जो शांति, समृद्धि और प्रचुर वर्षा का प्रतीक है, जिसे अच्छी फसल के लिए आशीर्वाद माना जाता है।
आध्यात्मिक रूप से, शारदीय नवरात्रि आत्म-शुद्धि, चिंतन और भक्ति का काल है। ऐसा माना जाता है कि इस दौरान माँ दुर्गा अपने भक्तों को आशीर्वाद देने के लिए पृथ्वी पर अवतरित होती हैं, जिससे यह स्त्री ऊर्जा का सम्मान करने और ध्यान एवं पूजा के माध्यम से दिव्य मार्गदर्शन प्राप्त करने का एक आदर्श अवसर बन जाता है।